बिहार राज्य के देवघर जिले में स्थित घोरमारा, जिसे ‘पेड़ा नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख पूजा और श्रद्धा के स्थल के रूप में माना जाता है। यह स्थान देवघर और बासुकीनाथ मंदिर के बीच में स्थित है और पेड़े के व्यवसाय के लिए प्रसिद्ध है।
घोरमारा में सड़क के दोनों ओर पेड़े की सैकड़ों दुकानें स्थित होती हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार के पेड़े उपलब्ध होते हैं। इस जगह का ख़ासियत इसके दौरान आये भक्तों के लिए यहां पेड़े के प्रसाद का विशेष महत्व होता है। श्रावण मास के महीने में ख़ासकर बाबा बैद्यनाथ धाम के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु यहां पेड़े की बड़ी मात्रा में ख़रीदते हैं और इसका अनुभव विशेष बनाते हैं।
श्रावण मेले के दौरान घोरमारा में एक दिन में 100 क्विंटल से भी अधिक पेड़े की बिक्री होती है, जिससे इस स्थान का व्यापारिक महत्व भी बढ़ जाता है। यहां के स्थानीय लोग भी पेड़े के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं और इसे अपने पारंपरिक व्यवसाय के रूप में करते हैं।